What’s inside:
This article talks about the new train link between Khajuraho and Varanasi, and the ongoing railway construction challenges in Madhya Pradesh.
जबलपुर से खजुराहो के लिए सीधी ट्रेन सेवा की शुरुआत होने वाली है। अब खजुराहो, जो पहले दिल्ली से वंदे भारत एक्सप्रेस से जुड़ा था, बनारस के साथ भी जुड़ गया है। यह विकास मध्य प्रदेश के रेलवे नेटवर्क को और मजबूत करेगा।
हालांकि, जबलपुर से खजुराहो तक सीधा रेल संपर्क अभी तक स्थापित नहीं हुआ है। 1998 में ललितपुर-सतना-सिंगरौली रेल मार्ग का काम शुरू हुआ था, लेकिन खजुराहो से पन्ना और सतना के बीच का काम देर से हुआ है।
खुशखबरी यह है कि सतना-खजुराहो रेलखंड पर निर्माण कार्य फिर से शुरू हो गया है। इस नए ट्रैक के बन जाने पर यात्रियों को जबलपुर से खजुराहो पहुँचने में केवल 5-6 घंटे लगेंगे, जबकि अभी यह यात्रा 8-10 घंटे लेती है।
नए रेल मार्ग की कुल दूरी 335 किलोमीटर होगी। इसके अलावा, सतना से नागौद तक का ट्रैक बनकर तैयार हो चुका है। अब नागौद से पन्ना तक का काम चल रहा है, जिसमें एक टनल भी शामिल है।
हालांकि, खजुराहो तक पूरी रेल लाइन बनने में करीब दो साल और लग सकते हैं। जमीन अधिग्रहण और वन भूमि से जुड़े मुद्दों के कारण काम में देरी हो रही है। यह परियोजना पूरी होने पर जबलपुर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
Summary:
- खजुराहो और बनारस के बीच नई ट्रेन सेवा शुरू हो रही है।
- जबलपुर से खजुराहो तक सीधा रेल संपर्क अभी नहीं है।
- नए रेल मार्ग से यात्रा समय 5-6 घंटे का होगा।
- सतना से नागौद तक का ट्रैक तैयार है, पन्ना तक का काम जारी है।
- खजुराहो तक रेल लाइन बनने में करीब दो साल लग सकते हैं।










