What’s inside:
This article discusses concerns raised by a Congress MP regarding pending railway projects in Haryana.
चंडीगढ़ में हरियाणा की सांसद कुमारी सैलजा ने लोकसभा में कुछ लंबित रेलवे परियोजनाओं पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इन परियोजनाओं को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। यह चर्चा बुधवार को संसद के सत्र में हुई।
सैलजा ने कहा कि कई महत्वपूर्ण रेल परियोजनाएं केवल कागजों पर रह गई हैं। जैसे सिरसा-फतेहाबाद-अग्रोहा रेलवे लाइन का मामला है, जिसके लिए 410 करोड़ रुपये की घोषणा की गई थी लेकिन अभी तक कोई काम नहीं हुआ है।
उन्होंने यमुनानगर-रायपुर रानी-अंबाला रेल परियोजना का भी जिक्र किया। इस परियोजना के पूरा होने से औद्योगिक विकास के साथ-साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, लेकिन इसमें कोई प्रगति नहीं हो रही है।
सांसद ने रोहतक से महम-हांसी तक नई रेलवे लाइन का मुद्दा भी उठाया। कहा कि यह लाइन 2013 में शुरू हुई थी, लेकिन अभी तक नियमित यात्री सेवाएं नहीं शुरू हो पाईं हैं।
इसके अलावा, कुमारी सैलजा ने बठिंडा-हिसार-हांसी-रोहतक के रास्ते वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू करने की मांग की। इससे सिरसा से दिल्ली पहुंचने में एक घंटे की बचत होगी और पश्चिमी हरियाणा को सीधा लाभ मिलेगा।
Summary:
- कुमारी सैलजा ने रेलवे परियोजनाओं की धीमी प्रगति पर सवाल उठाए。
- सिरसा-फतेहाबाद-अग्रोहा रेलवे लाइन का काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है।
- यमुनानगर-रायपुर रानी-अंबाला परियोजना में भी कोई प्रगति नहीं है।
- रोहतक से महम-हांसी नई रेलवे लाइन पर यात्री सेवाएं शुरू नहीं हो पाईं।
- सैलजा ने वंदे भारत एक्सप्रेस के बारे में भी चर्चा की।
